लोकेशन भी सही-स्ट्राइक भी निशाने पर, फिर कतर में कैसे फेल हो गया मोसाद?
Qatar Attack: इजराइल के मोसाद ने कतर में हमास के शीर्ष नेताओं को निशाना बनाने का प्रयास किया, परंतु यह हमला नाकाम रहा. हमले में इमारतों को नुकसान पहुंचा और 6 लोग मारे गए हैं. इस हमले से गाजा में चल रही शांति वार्ता भी प्रभावित हुई है. आइये समझने की कोशिश करते हैं कि हमास के नेताओं की जान कैसे बची.
मोसाद को दुनिया भर में अपने सटीक मिशन अंजाम देने के लिए जाना जाता है. लेकिन मंगलवार को कतर में किए गए उसके हमले के बाद, हमास ने कहा है कि उसका हमला नाकाम रहा और समूह के नेता सुरक्षित हैं. हालांकि इसमें हमास नेता खलील अल-हय्या का बेटा और 6 अन्य सहयोगी और सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं.
इजराइल ने हमास के पॉलिटिकल ब्यूरों के नेताओं निशाना बनाते हुए करीब 10 जगह बमबारी की, फिर भी उसको सफलता नहीं मिली, ऐसा कैसे हुआ? इस बात को समझने के लिए हमास की ओर से उठाए जाने वाले सुरक्षा कदमों को समझना होगा. सूत्रों ने बताया कि नेताओं के न मारे जाने का एक संभावित कारण यह हो सकता है कि इजराइल उनके मोबाइल फोन की लोकेशन पर निर्भर था.
मिशन के विफल होने की वजह
माना जा रहा है कि इजराइल की खुफिया एजेंसियां हमास नेताओं की लोकेशन के लिए उनके फोन पर निर्भर थी. बता दें कि परंपरा यह है कि हर बैठक के दौरान पोलित ब्यूरो के नेता अपने मोबाइल फोन अपने साथ नहीं रखते, बल्कि उन्हें अपनी गाड़ियों या सुरक्षाकर्मियों के पास छोड़ देते हैं. यही वजह है कि हमले में ज़्यादातर हताहत उनके सुरक्षाकर्मी और उनके सहयोगी हुए हैं.
बैठक की बार-बार बदली जाती है जगह
सूत्रों ने आगे बताया कि बैठक हमेशा एक ही जगह पर नहीं होतीं, बल्कि उन्हें अलग-अलग जगहों पर बदल दिया जाता है. इसके अलावा, लक्षित परिसर के पास कई कार्यालय हैं जिनका इस्तेमाल राजनीतिक कार्यालय और सचिवालय करते हैं.
कथित तौर पर जिन इमारतों को निशाना बनाया गया, उसमें हमास नेताओं और उनके सुरक्षाकर्मियों की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले ऑफिस और घर दोनों शामिल हैं. इसमें खलील अल-हया का एक बंगला भी शामिल है, जिसमें उनका निजी कार्यालय था. हमले में यह कार्यालय सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ, जहां कुल चार हवाई हमले हुए.
क्या कह रही हैं इजराइली एजेंसी?
हमले के नाकाम होने के पीछे इजराइली अधिकारियों का मानना है कि हमले के समय हमास नेता बंगले के अंदर मौजूद थे, लेकिन या तो उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ या उन्हें मामूली चोटें आईं हैं. इजराइली मीडिया के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियां इस बात की भी जांच कर रही हैं कि हमले में इस्तेमाल किए गए एयर वेपन बहुत छोटे तो नहीं थे.
बताया जा रहा है कि दस बम गिराए गए, जिससे इमारत के एक हिस्से को भारी नुकसान पहुंचा, लेकिन वह पूरी तरह नष्ट नहीं हुई. इसका मतलब है कि इजराइल ने संभावित कतरी नागरिकों को हताहत होने से बचाने के लिए छोटे हथियारों का इस्तेमाल किया होगा.
इन हमलों की कतर ने सख्त निंदा की है औरनेतन्याहू को न्याय के कटघरे लाने की बात कही है. इजराइल के इस हमले ने नए सिरे से शुरू हुई गाजा पर शांति वार्ता को अटका दिया है.
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