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सऊदी से लेकर UAE तक…कौन है खाड़ी देशों में भारत का पक्का दोस्त?

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार को एक रक्षा समझौते पर साइन किए. इस समझौते के तहत एक देश पर हमला दूसरे पर भी हमला माना जाएगा. इस खबर के बाद बाद भारत और खाड़ी देशों के संबंध एक बार फिर से चर्चा में है.


सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए रक्षा समझौते ने भारत और खाड़ी देशों के रिश्तों पर एक नई बहस छेड़ दी है. इस समझौते के तहत दोनों देशों ने ऐलान किया है कि अगर किसी एक देश पर हमला हुआ तो उसे दूसरे देश पर हमला माना जाएगा. इतना ही नहीं इसमें पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की संभावना भी शामिल है.

हालांकि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि सऊदी को इस डील के तहत परमाणु कवच नहीं मिलेगा. यह सिर्फ पाकिस्तान के लिए है. हम किसी और देश को परमाणु नहीं दे सकते हैं. इसी बीच भारत और खाड़ी देशों के संबंधों की चर्चा शुरु हो गई है. सवाल उठता है कि ऐसे हालात में भारत के लिए खाड़ी देशों में कौन सबसे भरोसेमंद और पक्का दोस्त है?

खाड़ी देश कौन से हैं?

पश्चिम एशिया में स्थित अरब की खाड़ी (फारस की खाड़ी) से सीमा साझा करने वाले अरब देशों को खाड़ी देश कहा जाता है. इनमें सऊदी अरब, कतर, इराक, बहरीन, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और ओमान शामिल हैं. कुल 7 देश. भले ही ईरान भौगोलिक रूप से खाड़ी क्षेत्र में आता है, लेकिन अरब और सुन्नी न होने के कारण इसे खाड़ी देशों के समूह में शामिल नहीं किया जाता. भारत का इन देशों के साथ ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, उर्जा और व्यापारिक रिश्ता लंबे समय से रहा है और बड़ी संख्या में भारतीय यहां बसे हुए हैं. आइए एक एक कर इसे विस्तार से समझते हैं.

सऊदी अरब, भारत का परंपरागत सहयोगी

भारत और सऊदी अरब के बीच रिश्ते ऐतिहासिक रूप से गहरे रहे हैं. ऊर्जा, व्यापार, निवेश और सुरक्षा. इन सभी मोर्चों पर दोनों देशों ने पिछले दो दशकों में संबंधों को और मजबूत किया है. क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) के कार्यकाल में रिश्तों में नई गर्मजोशी आई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अप्रैल 2024 में तीसरी बार सऊदी अरब दौरे पर गए थे, जहां रक्षा, ऊर्जा और इंफ्रास्ट्रक्चर समेत कई क्षेत्रों में सहयोग पर सहमति बनी. वर्तमान में लगभग 26 लाख भारतीय सऊदी अरब में रहते हैं, जो दोनों देशों के बीच मजबूत कड़ी हैं.

यूएई, सबसे बड़ा भारतीय ठिकाना

संयुक्त अरब अमीरात (UAE) को भारत का शायद सबसे बड़ा दोस्ताना मंच कहा जा सकता है. यहां लगभग 43 लाख भारतीय रहते हैं, जो देश की कुल आबादी का करीब 35% हिस्सा हैं. ये संख्या UAE को भारत का सबसे महत्वपूर्ण साझेदार बनाती है. भारत और UAE के बीच व्यापार 2021-22 में 28.4 अरब डॉलर तक पहुंच गया था और अनुमान है कि 2026 तक यह आंकड़ा 100 अरब डॉलर तक जा सकता है. यही नहीं, भारत को मिलने वाले कुल रेमिटेंस का लगभग 27% हिस्सा सिर्फ UAE से आता है. राजनीतिक स्तर पर भी दोनों देशों में गहरी निकटता है. प्रधानमंत्री मोदी ने 2015, 2018 और 2019 में UAE का दौरा किया, जबकि अबू धाबी के क्राउन प्रिंस 2017 और 2018 में भारत आए.

कतर, कुवैत, बहरीन और ओमान

कतर की बात करें तो यहां करीब 8 लाख भारतीय रहते हैं, जो देश की 25% आबादी के बराबर हैं. कुवैत में 10 लाख से ज्यादा भारतीय हैं, यानी 20% आबादी. बहरीन में 14 लाख की कुल आबादी में से 3.5 लाख भारतीय हैं, यानी 30% हिस्सा. ओमान में 9 लाख भारतीय रहते हैं, जो देश की 20% आबादी के बराबर हैं. इन देशों में भारतीय न सिर्फ बड़ी संख्या में काम करते हैं बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी अहम योगदान देते हैं. यही वजह है कि इन देशों के साथ भारत के रिश्ते मजबूती से खड़े हैं.

इराक-तेल का सबसे बड़ा स्रोत

भले ही इराक में भारतीय समुदाय की संख्या ज्यादा नहीं (लगभग 15-17 हजार) है, लेकिन भारत की तेल जरूरतों के लिहाज से इराक बेहद अहम है. भारत अपने कुल कच्चे तेल का 22% इराक से आयात करता है, जो किसी भी खाड़ी देश से सबसे ज्यादा है.

भारत-खाड़ी रिश्तों के तीन मजबूत स्तंभ

अप्रवासी भारतीय (NRI): खाड़ी देशों में करीब 89 लाख भारतीय रहते हैं.

रेमिटेंस (विदेशी मुद्रा): हर साल भारत को दुनिया में सबसे ज्यादा 80 अरब डॉलर NRI से मिलते हैं, जिनमें से आधे से ज्यादा खाड़ी देशों से आते हैं.

ऊर्जा और व्यापार: भारत की 60% तेल जरूरत खाड़ी देशों से पूरी होती है. इसके अलावा खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) और भारत के बीच व्यापार 154 अरब डॉलर का है.

यह रिश्ता एकतरफा नहीं है. खाड़ी देशों को अपनी खाद्य और अनाज जरूरतों का 85% हिस्सा भारत से मिलता है. चावल, मसाले, समुद्री उत्पाद और मांस इनमें सबसे प्रमुख हैं. साथ ही भारतीय यात्री खाड़ी देशों की एयरलाइंस के लिए भी सबसे बड़ा ग्राहक समूह हैं.

भारत का असली पक्का दोस्त कौन?

सऊदी अरब और पाकिस्तान का नया रक्षा समझौता भारत के लिए चिंता का विषय जरूर है, लेकिन हकीकत यह है कि भारत और खाड़ी देशों के रिश्ते कहीं गहरे और बहुआयामी हैं. सऊदी अरब ऊर्जा और राजनीतिक सहयोग में सबसे अहम है.UAE अप्रवासियों और व्यापार के लिहाज से भारत का सबसे करीबी साथी है. कतर, कुवैत, बहरीन और ओमान भी भारतीय समुदाय और आर्थिक सहयोग के कारण भरोसेमंद दोस्त बने हुए हैं. यानी साफ है कि खाड़ी के हर देश के साथ भारत के रिश्ते अलग-अलग मोर्चों पर बेहद मजबूत हैं. लेकिन अगर बात पक्के दोस्त की हो, तो UAE और सऊदी अरब सबसे आगे खड़े दिखते हैं.

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