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Kanya Pujan 2025: कन्या पूजन के लिए कन्या ना मिले तो क्या करना चाहिए?

नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन करने की परंपरा है. कई बार ऐसा होता है कि आसपास कन्याएं नहीं मिल पाती हैं. ऐसे में लोगों के मन में सवाल आता है कि अब नवरात्रि का व्रत कैसे पूरा करें. चलिए हम आपको बताएंगे कि नवरात्रि में कन्या न मिलने पर क्या करें.


Kanya Pujan without Kanya: शारदीय नवरात्रि हो या फिर चैत्र नवरात्रि, दोनों में ही कन्या पूजन का विशेष महत्व माना जाता है. नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि पर लोग कन्या पूजन का आयोजन करते हैं, जिसमें कन्याओं को आमंत्रित किया जाता है. धार्मिक मान्यताओं में कन्या को देवी दुर्गा का ही रूप माना जाता है. इसी वजह से नवरात्रि के दौरान कन्या पूजन करने पर ही नवरात्रि व्रत पूर्ण होता है. लेकिन कई बार कन्या पूजन के लिए पर्याप्त कन्याएं नहीं मिल पातीं, जिससे लोग परेशान हो जाते है कि अब क्या करें. ऐसे में चलिए आपको बताते हैं कि नवरात्रि में कन्या पूजन के लिए कन्या न मिले तो क्या करना चाहिए.

नवरात्रि में कन्या न मिले तो क्या करें?

नवरात्रि में अष्टमी-नवमी पर कन्या पूजन करने का विधान है. कई बार लोगों को कन्या पूजन के लिए कन्याएं नहीं मिलती हैं. अगर आपको भी अगर कन्या पूजन के लिए कन्या न मिले तो आप मंदिर या किसी ऐसी जगह पर जा सकते हैं, जहां जरूरतमंद या गरीब बच्चे मिल जाएं. इन जगहों पर जाकर आप कन्याओं को भोजन कराएं और दान दक्षिणा देकर कन्या पूजन संपन्न कर सकते हैं.

इसके अलावा, आप घर की स्त्रियों की भी पूजा कर सकते हैं, क्योंकि हिंदू धर्म में स्त्री को देवी का स्वरूप माना गया है. ऐसे में घर की स्त्रियों की भी कन्या की तरह ही पूजा कर सकते हैं.

कई बार लोग अन्य कारणों या फिर स्कूल की वजह से भी दूसरों के घर अपनी बच्चियों को नहीं भेज पाते है. ऐसे में आप चाहें तो कन्याओं के लिए उनके घर पर ही प्रसाद और दक्षिणा पहुंचा सकते हैं.

नवरात्रि में कन्याओं को क्या दान करना चाहिए?

नवरात्रि में कन्या पूजन के बाद कन्याओं को श्रृंगार का सामान (चूड़ी, बिंदी), कपड़े (चुनरी), पढ़ाई का सामान (पेंसिल, कॉपी), मिठाई और दक्षिणा दान करना चाहिए. दान करते समय अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य का ध्यान रखना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि इन उपहारों से देवी मां प्रसन्न होती हैं और भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करती हैं.

कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त

  1. अष्टमी कन्या पूजन मुहूर्त – 30 सितंबर को सुबह 9:00 बजे से लेकर दोपहर 01:30 बजे तक रहेगा.
  2. नवमी कन्या पूजन मुहूर्त – 1 अक्टूबर को सुबह 8:06 मिनट से दोपहर 2:09 मिनट तक रहेगा.

(Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. xp news18 इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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